सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट Sarso Ka Bhav : किसान साथियो, जैसा कि हमने कल बताया था, शनिवार को सरसों के बाजार में तेजी की संभावना थी, और बाजार ने ठीक वही प्रतिक्रिया दी। सरसों के बाजार ने रिकवरी शुरू कर दी है, हालांकि इसे तेजी का माहौल नहीं कह सकते। इसे तभी तेजी माना जाएगा जब जयपुर में भाव 6250 रुपये के पार निकलेंगे।
आज की रिपोर्ट में हम जानेंगे कि इस रिकवरी की वजह क्या है और यह तेजी में बदल सकती है या नहीं। यह जानकारी आपके लिए व्यापारिक निर्णय लेने में मददगार होगी।
ताजा मार्केट अपडेट
शनिवार को सरसों का बाजार सुबह तेज खुला और धीरे-धीरे तेजी बढ़ी। खाद्य तेलों में, जैसे सोया तेल और पाम तेल में भी हल्का सुधार देखा गया। सोया तेल और सोयाबीन के भावों में भी 50 रुपये तक की वृद्धि हुई। जयपुर में 42% कंडीशन वाली सरसों के भाव Sarso Ka Bhav जो 6100 रुपये के नीचे आ गए थे, फिर से 6100 रुपये तक पहुंच गए।
भरतपुर मंडी में भी तेजी देखी गई, जहां भाव 5750 रुपये तक पहुंचे। दिल्ली में लॉरेंस रोड पर Sarso Ka Bhav भाव 5950 रुपये और चरखी दादरी में 6000 रुपये प्रति क्विंटल रहे। शनिवार को सरसों की आवक 2 लाख 27 हजार से घटकर 2 लाख 60 हजार बोरी रह गई।
प्लांटों पर भाव Sarso Ka Bhav
शनिवार को हाजिर मंडियों में बाजार बहुत तेज नहीं था, लेकिन ब्रांडेड तेल मिलों ने खरीदारी में काफी रुचि दिखाई। सलोनी प्लांट ने सरसों के भाव Sarso Ka Bhav 6550 रुपये तक बढ़ा दिए।
अन्य प्लांटों में गोयल कोटा प्लांट पर Sarso Ka Bhav 5900, अदानी अलवर और बूंदी प्लांट पर 6150, बीपी आगरा प्लांट पर 6375, और शारदा आगरा प्लांट पर 6350 रुपये प्रति क्विंटल रहे। वंश एडिबल में सरसों के भाव 5800 रुपये पर स्थिर रहे।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव Sarso Ka Bhav
हाजिर मंडियों में भी सरसों के भाव में सुधार देखा गया। चरखी दादरी मंडी में Sarso Ka Bhav भाव 6000 रुपये तक पहुंचे। आदमपुर मंडी में 5571, ऐलनाबाद मंडी में 5602, नोहर मंडी में 5580, श्री गंगानगर मंडी में 5767, संगरिया मंडी में 5550,
गोलूवाला मंडी में 5459, रायसिंहनगर मंडी में 5628, श्री विजयनगर मंडी में Sarso Ka Bhav 5350, देवली मंडी में 5800, बीकानेर मंडी में 5411, और भिवानी मंडी में Sarso Ka Bhav 5800 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किए गए।
नेफेड की बिक्री
सरसों के बाजार में नेफेड की सरसों बिक्री उत्साहजनक नहीं है और बहुत थोड़ी मात्रा में बिक्री हो रही है। बाजार में आवक कम होने के कारण प्लांटों की डिमांड पूरी नहीं हो पा रही है।
प्लांटों की डिमांड क्वालिटी सरसों की है, और नेफेड के पास क्वालिटी में दिक्कत हो सकती है। जहां-जहां नेफेड बिक्री कर रहा है, वहां प्लांटों की कमी है। इस कारण सरसों की डिमांड बनी रहने की संभावना है।
तेजी की वजहें
पिछले दो दिनों में सरसों में तेजी की दो बड़ी वजहें हैं। पहली, बारिश के मौसम और त्यौहारी सीजन के चलते सरसों तेल की डिमांड बढ़ रही है। दूसरी, कांडला बंदरगाह पर भीड़ के कारण विदेशी खाद्य तेलों का आयात धीमा हो गया है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्ट एसोसिएशन (SEA) ने भारत सरकार को सूचित किया है कि कांडला बंदरगाह पर 14 से ज्यादा जहाज कतार में खड़े हैं, जिनमें ढाई लाख टन से ज्यादा का खाने का तेल है। इस कारण खाद्य तेलों की डिमांड सुधरी है और बाजार में सुधार देखा गया है।
तेल और खल की अपडेट
जयपुर में कच्ची घानी और एक्सपेलर सरसों तेल के भावों में शनिवार को तेजी दर्ज की गई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 4 रुपये बढ़कर 1,165 रुपये प्रति 10 किलो हो गए, जबकि एक्सपेलर तेल के भाव 4 रुपये बढ़कर 1,155 रुपये प्रति 10 किलो हो गए।
जयपुर में सरसों खल के भाव Sarso Ka Bhav 5 रुपये बढ़कर 2,575 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
सोयाबीन की रिपोर्ट
पिछले दो-तीन दिनों में सोयाबीन के भाव में सुधार देखा गया है। महाराष्ट्र कीर्ति प्लांट पर भाव में ₹50 की वृद्धि हुई है, लेकिन सोयाबीन में बहुत बड़ी तेजी की संभावना नहीं है। कीर्ति प्लांट का रेट 4600 रुपये हो गया है, लेकिन यह ज्यादा समय तक टिक नहीं पाएगा।
इस साल सोयाबीन की बुवाई बढ़ रही है और सरकारी आंकड़े बताते हैं कि बुवाई 120 लाख हेक्टेयर से ज्यादा की हो चुकी है। अक्टूबर महीने में सोयाबीन की आवक का प्रेशर बनेगा, जिससे बाजार कमजोर हो सकता है।
सरसों की आवक
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक घटकर 2.50 लाख बोरियों की हुई है, जबकि पिछले कारोबारी दिवस में 2.75 लाख बोरियों की आवक थी। राजस्थान के बड़े हिस्से में बारिश से रास्ते बंद हो गए हैं, जिससे आवक कमजोर बनी हुई है।
प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 1.50 लाख बोरी, मध्य प्रदेश में 20 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश में 30 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा में 10 हजार बोरी, गुजरात में 10 हजार बोरी, और अन्य राज्यों में 40 हजार बोरियों की आवक हुई।
क्या सरसों में और तेजी बनेगी?
किसान साथियो, कांडला बंदरगाह पर भीड़ को देखते हुए कुछ दिन तक भाव में सुधार जारी रह सकता है। हालांकि, यह लंबे समय तक नहीं चलेगा क्योंकि देर-सवेर सारा माल अनलोड हो जाएगा और बाजार में कमी पूरी हो जाएगी।
इसलिए, अगर आने वाले हफ्ते 10 दिनों में सरसों के भाव में 100-200 रुपये का उछाल आता है तो आप अपना माल निकाल सकते हैं। दिवाली तक होल्ड करने पर ₹300 का उछाल और मिल सकता है, लेकिन 7000 रुपये के भाव इस सीजन में मिलना मुश्किल है। इसलिए व्यापार अपने विवेक से ही करें।
निष्कर्ष
यह रिपोर्ट आपके लिए सरसों के बाजार को समझने में मददगार हो सकती है। बाजार की ताजा स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही व्यापारिक निर्णय लें और कृषि विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।