Dwitiya (Dooj) Kab Hai June 2025 : द्वितीया (दूज) तिथि हिन्दू पंचांग का एक महत्वपूर्ण दिन है। यह हर महीने के दूसरे दिन को दर्शाता है। द्वितीया (दूज) का मतलब होता है ‘दूसरा दिन‘, जो हर महीने के चंद्र माह का दूसरा दिन होता है।
इस दिन का धार्मिक, सांस्कृतिक और ज्योतिषीय महत्व होता है। द्वितीया (दूज) या दौज तिथि के नाम से जाने वाले इस दिन कई धार्मिक अनुष्ठान, व्रत और पूजा होती हैं। हिन्दू धर्म में इसे बहुत ही पवित्र माना जाता है। आईए जानते हैं की इस वर्ष विभिन्न महीनों में द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai
द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai
वर्ष 2024 के जनवरी से दिसंबर तक की द्वितीया (दूज) तिथि की जानकारी नीचे दी गई तालिकाओं में उपलब्ध है। आइए, हिंदू कैलेंडर के अनुसार देखें कि इस वर्ष हर महीने द्वितीया (दूज) तिथि कब-कब आती है।
जनवरी महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
जनवरी 2025 में 3 दूज तिथियाँ हैं: दो शुक्ल पक्ष (1 और 31 जनवरी) और एक कृष्ण पक्ष (15 जनवरी)। इनमें से दो तिथियाँ बुधवार को पड़ रही हैं, जो शुभ मानी जाती हैं।
तारीख | पक्ष | दिन |
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01 जनवरी 2025 | शुक्ल पक्ष | बुधवार |
15 जनवरी 2025 | कृष्ण पक्ष | बुधवार |
31 जनवरी 2025 | शुक्ल पक्ष | शुक्रवार |
फरवरी महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
फरवरी 2025 में केवल 1 दूज तिथि है, जो 14 फरवरी को कृष्ण पक्ष के दौरान शुक्रवार को आ रही है। यह तिथि वैलेंटाइन डे के साथ मेल खा सकती है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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14 फरवरी 2025 | कृष्ण पक्ष | शुक्रवार |
मार्च महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
मार्च 2025 में 3 दूज तिथियाँ चिह्नित हैं: 1 मार्च (शुक्ल पक्ष), 16 मार्च (कृष्ण पक्ष), और 31 मार्च (शुक्ल पक्ष)। इनमें 16 मार्च रविवार को है, जो पितृ कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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01 मार्च 2025 | शुक्ल पक्ष | शनिवार |
16 मार्च 2025 | कृष्ण पक्ष | रविवार |
31 मार्च 2025 | शुक्ल पक्ष | सोमवार |
अप्रेल महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
अप्रैल 2025 में 2 दूज तिथियाँ हैं: 15 अप्रैल (कृष्ण पक्ष) और 29 अप्रैल (शुक्ल पक्ष)। दोनों तिथियाँ मंगलवार को पड़ रही हैं, जो मंगल कार्यों के लिए शुभ हैं।
तारीख | पक्ष | दिन |
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15 अप्रैल 2025 | कृष्ण पक्ष | मंगलवार |
29 अप्रैल 2025 | शुक्ल पक्ष | मंगलवार |
मई महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
मई 2025 में 2 दूज तिथियाँ हैं: 14 मई (कृष्ण पक्ष) और 28 मई (शुक्ल पक्ष)। दोनों तिथियाँ बुधवार को हैं, जो बुद्धि और संचार से जुड़े कार्यों के लिए अनुकूल मानी जाती हैं।
तारीख | पक्ष | दिन |
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14 मई 2025 | कृष्ण पक्ष | बुधवार |
28 मई 2025 | शुक्ल पक्ष | बुधवार |

जून महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
जून 2025 में 2 दूज तिथियाँ हैं: 13 जून (कृष्ण पक्ष) और 27 जून (शुक्ल पक्ष)। दोनों शुक्रवार को हैं, जो सुख-समृद्धि के लिए शुभ माने जाते हैं।
तारीख | पक्ष | दिन |
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13 जून 2025 | कृष्ण पक्ष | शुक्रवार |
27 जून 2025 | शुक्ल पक्ष | शुक्रवार |
जुलाई महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
जुलाई 2025 में 2 दूज तिथियाँ हैं: 12 जुलाई (कृष्ण पक्ष) और 26 जुलाई (शुक्ल पक्ष)। दोनों तिथियाँ शनिवार को हैं, जो शनि देव से जुड़े उपायों के लिए प्रभावी मानी जाती हैं।
तारीख | पक्ष | दिन |
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12 जुलाई 2025 | कृष्ण पक्ष | शनिवार |
26 जुलाई 2025 | शुक्ल पक्ष | शनिवार |
अगस्त महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
अगस्त 2025 में 2 दूज तिथियाँ हैं: 11 अगस्त (कृष्ण पक्ष) और 25 अगस्त (शुक्ल पक्ष)। दोनों सोमवार को हैं, जो शिव पूजा के लिए विशेष महत्व रखते हैं।
तारीख | पक्ष | दिन |
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11 अगस्त 2025 | कृष्ण पक्ष | सोमवार |
25 अगस्त 2025 | शुक्ल पक्ष | सोमवार |
सितंबर महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
सितंबर 2025 में 2 दूज तिथियाँ हैं: 9 सितंबर (कृष्ण पक्ष) और 23 सितंबर (शुक्ल पक्ष)। दोनों मंगलवार को हैं, जो मंगल दोष के निवारण के लिए उपयुक्त हैं।
तारीख | पक्ष | दिन |
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09 सितंबर 2025 | कृष्ण पक्ष | मंगलवार |
23 सितंबर 2025 | शुक्ल पक्ष | मंगलवार |
अक्टूबर महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
अक्टूबर 2025 में 2 दूज तिथियाँ हैं, जिनमें 23 अक्टूबर को भाई दूज का विशेष पर्व मनाया जाएगा। यह तिथि शुक्ल पक्ष के दौरान गुरुवार को है।
तारीख | पक्ष | दिन | विशेष नोट |
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08 अक्टूबर 2025 | कृष्ण पक्ष | बुधवार | |
23 अक्टूबर 2025 | शुक्ल पक्ष | गुरुवार | भाई दूज |
नवंबर महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
नवंबर 2025 में 2 दूज तिथियाँ हैं: 7 नवंबर (कृष्ण पक्ष) और 22 नवंबर (शुक्ल पक्ष)। 22 नवंबर शनिवार को है, जो शनि जयंती से जुड़े कार्यों के लिए शुभ है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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07 नवंबर 2025 | कृष्ण पक्ष | शुक्रवार |
22 नवंबर 2025 | शुक्ल पक्ष | शनिवार |
दिसम्बर महीने मे द्वितीया (दूज) कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
दिसंबर 2025 में 2 दूज तिथियाँ हैं: 6 दिसंबर (कृष्ण पक्ष) और 22 दिसंबर (शुक्ल पक्ष)। 22 दिसंबर सोमवार को है, जो नए साल की तैयारियों के लिए शुभ माना जाता है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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06 दिसंबर 2025 | कृष्ण पक्ष | शनिवार |
22 दिसंबर 2025 | शुक्ल पक्ष | सोमवार |
नोट:
- दूज तिथियाँ चंद्रमा की गति पर आधारित होती हैं, इसलिए क्षेत्रीय पंचांग के अनुसार इनमें थोड़ा अंतर हो सकता है।
- भाई दूज जैसे त्योहारों के लिए स्थानीय पंडितों से सही मुहूर्त जरूर पूछें।

द्वितीया (दूज) तिथि का क्या महत्व है?
द्वितीया (दूज) तिथि हिंदू कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण दिन है। इसे महीने के दूसरे दिन के रूप में जाना जाता है, जो शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दोनों में आता है। द्वितीया तिथि का धार्मिक, सांस्कृतिक और ज्योतिषीय महत्व होता है।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
द्वितीया तिथि पर कई धार्मिक अनुष्ठान और व्रत किए जाते हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध “भाई दूज” है, जो दीपावली के बाद आता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों के लिए लंबी उम्र और समृद्धि की कामना करती हैं।
भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने का यह एक महत्वपूर्ण पर्व है। इसके अलावा, द्वितीया तिथि को “वरूथिनी एकादशी” का भी महत्व है, जो भगवान विष्णु की पूजा के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
ज्योतिषीय महत्व
द्वितीया तिथि को शुभ और लाभकारी माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, इस दिन कुछ खास ग्रह योग बनते हैं जो व्यक्ति की आर्थिक स्थिति और पारिवारिक जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
कई लोग इस दिन नए कार्यों की शुरुआत करना शुभ मानते हैं।
धार्मिक अनुष्ठान
द्वितीया तिथि पर किए जाने वाले कुछ प्रमुख धार्मिक अनुष्ठानों में पूजन, दान, और व्रत शामिल हैं। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
भाई दूज के अवसर पर बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर, उनके लंबे और सुखद जीवन की कामना करती हैं।
आध्यात्मिक लाभ
द्वितीया तिथि के दौरान किए गए अनुष्ठान और व्रत व्यक्ति को मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करते हैं। इस दिन की पूजा और ध्यान से मन की शुद्धि और आत्मा की प्रगति होती है।
द्वितीया तिथि का महत्व केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस दिन को विशेष रूप से शुभ माना जाता है और लोग इसे पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाते हैं।
द्वितीया (दूज) तिथि किस देवता को समर्पित है?
द्वितीया तिथि का हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्व है। इस तिथि को विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे दौज और दूज। इस तिथि के देवता भगवान ब्रह्मा माने जाते हैं। द्वितीया तिथि में जन्मे व्यक्ति को भगवान ब्रह्मा की पूजा अवश्य करनी चाहिए। इस तिथि का एक और नाम सुमंगला भी है। यदि किसी माह में यह तिथि दोनों पक्षों में बुधवार को पड़ती है, तो इसे सिद्धिदा कहा जाता है। सिद्ध तिथि अपने नाम के अनुसार ही शुभ फल देने वाली मानी जाती है।
द्वितीया तिथि का धार्मिक महत्व
द्वितीया तिथि पर भगवान ब्रह्मा की पूजा करने से व्यक्ति को विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस तिथि को दौज और दूज के नाम से भी जाना जाता है, और यह तिथि सुमंगला नाम से भी प्रसिद्ध है। द्वितीया तिथि पर भगवान ब्रह्मा की आराधना करने से जीवन में शांति, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है।
सुमंगला तिथि
द्वितीया तिथि का एक और नाम सुमंगला है, जो इस तिथि की शुभता को दर्शाता है। इस दिन पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान करने से विशेष लाभ मिलता है।
सिद्धिदा तिथि
यदि द्वितीया तिथि दोनों पक्षों में बुधवार को पड़ती है, तो इसे सिद्धिदा कहा जाता है। सिद्ध तिथि अपने नाम के अनुसार ही शुभ फल देने वाली मानी जाती है। इस दिन किए गए कार्य और पूजा विशेष रूप से सिद्ध होते हैं।
पूजन विधि और ज्योतिषीय लाभ
द्वितीया तिथि पर भगवान ब्रह्मा की पूजा विधि सरल है। इस दिन भगवान ब्रह्मा की प्रतिमा के समक्ष दीपक जलाएं, सफेद फूल चढ़ाएं और विशेष मंत्रों का जाप करें। पूजा के बाद प्रसाद वितरण करें और भगवान ब्रह्मा से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करें।
ज्योतिष के अनुसार, इस तिथि पर पूजा करने से कुंडली में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और जीवन में शुभता का संचार होता है।
निष्कर्ष
द्वितीया तिथि का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व अत्यधिक है। इस तिथि को दौज, दूज, सुमंगला, और सिद्धिदा जैसे नामों से जाना जाता है। भगवान ब्रह्मा की पूजा से जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। इस तिथि को विशेष रूप से मान्यता दी जाती है और इसे पूरे श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जाता है।
FAQ
1. जनवरी में द्वितीया (दूज) तिथि कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
जनवरी महीने में 01 जनवरी 2025 और 31 जनवरी 2025 तारीख को शुक्ल पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि और 15 जनवरी 2025 को कृष्ण पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि है।
2. फरवरी में द्वितीया (दूज) तिथि कब है?
फरवरी महीने में 14 फरवरी 2025 तारीख को कृष्ण पक्ष की द्वितीया (दूज) है।
3. मार्च में द्वितीया (दूज) तिथि कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
इस साल मार्च महीने में 01 मार्च 2025 व 31 मार्च 2025 तारीख को शुक्ल पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि और 16 मार्च 2025 तारीख को कृष्ण पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि है।
4. अप्रैल में द्वितीया (दूज) तिथि कब है?
अप्रैल महीने में 29 अप्रैल 2025 तारीख को शुक्ल पक्ष की द्वितीया (दूज) और 15 अप्रैल 2025 तारीख को कृष्ण पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि है।
5. मई में द्वितीया (दूज) तिथि कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
मई 2024 महीने में 28 मई 2025 तारीख को शुक्ल पक्ष की द्वितीया (दूज) और 14 मई 2025 तारीख को कृष्ण पक्ष की दूज द्वितीया (दूज) है।
6. जून में द्वितीया (दूज) तिथि कब है?
जून 2025 महीने में 27 जून 2025 तारीख को शुक्ल पक्ष की द्वितीया (दूज) और 13 जून 2025 तारीख को कृष्ण पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि है।
7. जुलाई में द्वितीया (दूज) तिथि कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
जुलाई 2025 महीने में 26 जुलाई 2025 तारीख को शुक्ल पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि और 12 जुलाई 2025 तारीख को कृष्ण पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि है।
8. अगस्त में द्वितीया (दूज) तिथि कब है?
अगस्त 2025 महीने में 11 अगस्त 2025 तारीख को शुक्ल पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि और 25 अगस्त 2025 तारीख को कृष्ण पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि है।
9. सितम्बर में द्वितीया (दूज) तिथि कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
सितम्बर 2025 महीने में 23 सितंबर 2025 तारीख को शुक्ल पक्ष की द्वितीया (दूज) और 09 सितंबर 2025 तारीख को कृष्ण पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि है।
10. अक्टूबर में द्वितीया (दूज) तिथि कब है?
अक्टूबर 2025 महीने में 23 अक्टूबर 2025 तारीख को शुक्ल पक्ष की द्वितीया (भाई दूज) तिथि और 08 अक्टूबर 2025 तारीख को कृष्ण पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि है।
11. नवंबर में द्वितीया (दूज) तिथि कब है Dwitiya (Dooj) Kab Hai?
नवंबर 2025 महीने में 22 नवंबर 2025 तारीख को शुक्ल पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि और 07 नवंबर 2025 तारीख को कृष्ण पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि है।
12. दिसंबर में द्वितीया (दूज) तिथि कब है?
दिसंबर 2025 महीने में 22 दिसंबर 2025 तारीख को शुक्ल पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि और 06 दिसंबर 2025 तारीख को कृष्ण पक्ष की द्वितीया (दूज) तिथि है।
इस महीने की अन्य तिथियाँ
हिंदू पंचांग के मुताबिक, हर चंद्र मास में दो पक्ष होते हैं – शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष। प्रत्येक पक्ष में 15 तिथियां होती हैं। इनमें से 14 तिथियां दोनों पक्षों में एक जैसी होती हैं।
लेकिन, ध्यान देने वाली बात यह है कि कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि अमावस्या कहलाती है, जबकि शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि को पूर्णिमा कहते हैं। इस साल की अन्य महत्वपूर्ण तिथियां नीचे दी गई हैं –