Ashtami Kab Hai ? October 2025 : अष्टमी तिथि यानि आठम तिथि हिन्दू पंचांग का एक महत्वपूर्ण दिन है। यह हर महीने के आठवे दिन को दर्शाता है। आठे का मतलब होता है ‘आठवा दिन‘, जो हर महीने के चंद्र माह का आठवा और विशेष दिन होता है।
इस दिन का धार्मिक, सांस्कृतिक और ज्योतिषीय महत्व होता है। अष्टमी तिथि या आठम तिथि के नाम से जाने वाले इस दिन कई धार्मिक अनुष्ठान, व्रत और पूजा होती हैं। हिन्दू धर्म में इसे बहुत ही पवित्र माना जाता है। आईए जानते हैं की इस वर्ष विभिन्न महीनों में अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai
अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
वर्ष 2024 के जनवरी से दिसंबर तक की अष्टमी तिथि की जानकारी नीचे दी गई तालिकाओं में उपलब्ध है। आइए, हिंदू कैलेंडर के अनुसार देखें कि इस वर्ष हर महीने अष्टमी या आठम तिथि कब-कब आती (Ashtami Kab Hai?) है।
जनवरी महीने मे अष्टमी तिथि या आठम कब है Ashtami Kab Hai?
जनवरी 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 7 जनवरी को शुक्ल पक्ष की अष्टमी मंगलवार के दिन है, जो दुर्गा पूजा के लिए शुभ है। 22 जनवरी को कृष्ण पक्ष की अष्टमी बुधवार को पड़ रही है, जो कालाष्टमी के नाम से जानी जाती है।
तारीख | पक्ष | दिन | विशेष नोट |
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07 जनवरी 2025 | शुक्ल पक्ष | मंगलवार | दुर्गा पूजा |
22 जनवरी 2025 | कृष्ण पक्ष | बुधवार | कालाष्टमी |
फरवरी महीने मे अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
फरवरी 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 5 फरवरी को शुक्ल पक्ष की अष्टमी बुधवार को है, जो बुद्धि और ज्ञान के लिए शुभ है। 21 फरवरी को कृष्ण पक्ष की अष्टमी शुक्रवार के दिन है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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05 फरवरी 2025 | शुक्ल पक्ष | बुधवार |
21 फरवरी 2025 | कृष्ण पक्ष | शुक्रवार |
मार्च महीने मे अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
मार्च 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 7 मार्च को शुक्ल पक्ष की अष्टमी शुक्रवार को है। 22 मार्च को कृष्ण पक्ष की अष्टमी शनिवार के दिन है, जो शनि देव की पूजा के लिए उपयुक्त है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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07 मार्च 2025 | शुक्ल पक्ष | शुक्रवार |
22 मार्च 2025 | कृष्ण पक्ष | शनिवार |
अप्रेल महीने मे अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
अप्रैल 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 5 अप्रैल को शुक्ल पक्ष की अष्टमी शनिवार को है। 21 अप्रैल को कृष्ण पक्ष की अष्टमी सोमवार के दिन है, जो चंद्र देव की आराधना के लिए शुभ है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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05 अप्रैल 2025 | शुक्ल पक्ष | शनिवार |
21 अप्रैल 2025 | कृष्ण पक्ष | सोमवार |
मई महीने मे अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
मई 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 5 मई को शुक्ल पक्ष की अष्टमी सोमवार को है। 20 मई को कृष्ण पक्ष की अष्टमी मंगलवार के दिन है, जो मंगल दोष निवारण के लिए महत्वपूर्ण है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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05 मई 2025 | शुक्ल पक्ष | सोमवार |
20 मई 2025 | कृष्ण पक्ष | मंगलवार |
जून महीने मे अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
जून 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 3 जून को शुक्ल पक्ष की अष्टमी मंगलवार को है। 19 जून को कृष्ण पक्ष की अष्टमी गुरुवार के दिन है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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03 जून 2025 | शुक्ल पक्ष | मंगलवार |
19 जून 2025 | कृष्ण पक्ष | गुरुवार |

जुलाई महीने मे अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
जुलाई 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 3 जुलाई को शुक्ल पक्ष की अष्टमी गुरुवार को है। 18 जुलाई को कृष्ण पक्ष की अष्टमी शुक्रवार के दिन है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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03 जुलाई 2025 | शुक्ल पक्ष | गुरुवार |
18 जुलाई 2025 | कृष्ण पक्ष | शुक्रवार |
अगस्त महीने मे अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
अगस्त 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 1 अगस्त को शुक्ल पक्ष की अष्टमी शुक्रवार को है। 16 अगस्त को कृष्ण पक्ष की अष्टमी शनिवार के दिन है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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01 अगस्त 2025 | शुक्ल पक्ष | शुक्रवार |
15 व 16 अगस्त 2025 | कृष्ण पक्ष | शुक्रवार व शनिवार |
सितंबर महीने मे अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
सितंबर 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 14 सितंबर को कृष्ण पक्ष की अष्टमी रविवार को है। 30 सितंबर को शुक्ल पक्ष की अष्टमी मंगलवार के दिन है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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14 सितंबर 2025 | कृष्ण पक्ष | रविवार |
30 सितंबर 2025 | शुक्ल पक्ष | मंगलवार |
अक्टूबर महीने मे अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
अक्टूबर 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 14 अक्टूबर को कृष्ण पक्ष की अष्टमी मंगलवार को है। 30 अक्टूबर को शुक्ल पक्ष की अष्टमी गुरुवार के दिन है, जो दुर्गा अष्टमी के रूप में मनाई जाएगी।
तारीख | पक्ष | दिन | विशेष नोट |
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14 अक्टूबर 2025 | कृष्ण पक्ष | मंगलवार | |
30 अक्टूबर 2025 | शुक्ल पक्ष | गुरुवार | दुर्गा अष्टमी |
नवंबर महीने मे अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
नवंबर 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 12 नवंबर को कृष्ण पक्ष की अष्टमी बुधवार को है। 28 नवंबर को शुक्ल पक्ष की अष्टमी शुक्रवार के दिन है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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12 नवंबर 2025 | कृष्ण पक्ष | बुधवार |
28 नवंबर 2025 | शुक्ल पक्ष | शुक्रवार |
दिसम्बर महीने मे अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
दिसंबर 2025 में 2 अष्टमी तिथियाँ हैं। 12 दिसंबर को कृष्ण पक्ष की अष्टमी शुक्रवार को है। 28 दिसंबर को शुक्ल पक्ष की अष्टमी रविवार के दिन है।
तारीख | पक्ष | दिन |
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12 दिसंबर 2025 | कृष्ण पक्ष | शुक्रवार |
28 दिसंबर 2025 | शुक्ल पक्ष | रविवार |
अष्टमी तिथि (Ashtami Titihi) का क्या महत्व है?

अष्टमी तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह तिथि हर महीने के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दोनों में आती है और इसे विभिन्न नामों और रूपों में मनाया जाता है। अष्टमी तिथि को देवी दुर्गा और भगवान कृष्ण की पूजा के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।
अष्टमी तिथि (Ashtami Titihi) का धार्मिक महत्व
अष्टमी तिथि (Ashtami Titihi) और देवी दुर्गा
अष्टमी तिथि देवी दुर्गा को समर्पित है और इसे दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। दुर्गाष्टमी, नवरात्रि के दौरान मनाई जाने वाली अष्टमी तिथि है, जो नौ दिनों के इस पर्व का आठवां दिन होता है।
इस दिन देवी दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है और उन्हें नारी शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
भगवान कृष्ण और अष्टमी तिथि (Ashtami Titihi)
कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है, जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का पर्व है।
इस दिन भक्तगण व्रत रखते हैं और मध्यरात्रि को भगवान कृष्ण के जन्म की खुशी में झांकियां और विभिन्न धार्मिक आयोजन करते हैं।
अष्टमी तिथि (Ashtami Titihi) की पूजा विधि
- स्नान और शुद्धि: अष्टमी तिथि पर प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थान की तैयारी: पूजा के स्थान को शुद्ध करें और वहां देवी दुर्गा या भगवान कृष्ण की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- मंत्र जाप: देवी दुर्गा या भगवान कृष्ण के मंत्रों का जाप करें।
- अर्पण: देवी या भगवान को फल, फूल, धूप, दीप, चंदन और प्रसाद अर्पित करें।
- कन्या पूजन: दुर्गाष्टमी के दिन कन्या पूजन की परंपरा भी है, जिसमें नौ कन्याओं को भोज कराकर उनके पैर पूजे जाते हैं।
ज्योतिषीय महत्व और योग
अष्टमी तिथि का ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी बहुत महत्व है और इसमें विशेष योग बनते हैं जो जीवन में विशेष प्रभाव डालते हैं।
कालाष्टमी क्या होती है?
कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी कहते हैं। इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा की जाती है। यह तिथि तंत्र साधना और उपासना के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
शुभ योग
अष्टमी तिथि पर यदि विशेष योग बनते हैं, तो यह अत्यंत शुभ माने जाते हैं। जैसे कि रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग आदि। इन योगों में किए गए कार्य सफल होते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं।
दुर्गा अष्टमी व्रत कथा Durga Ashtami Vrat Katha
अष्टमी तिथि से जुड़ी विभिन्न धार्मिक कथाएं हैं। दुर्गाष्टमी के दिन देवी दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था, जो अधर्म और असत्य का प्रतीक था। इस दिन को शक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है।
कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा
निष्कर्ष
अष्टमी तिथि का धार्मिक, ज्योतिषीय और सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है। यह तिथि देवी दुर्गा और भगवान कृष्ण को समर्पित है और इस दिन उनकी पूजा-अर्चना से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है।
अष्टमी तिथि पर किए गए व्रत और पूजा से व्यक्ति को सभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति मिलती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
FAQ
1. जनवरी में अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
जनवरी 2025 में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 22 जनवरी 2025 को है, तथा शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 7 जनवरी 2025 को है।
2. फरवरी में अष्टमी (भीष्म अष्टमी) कब है? Ashtami Kab Hai?
फरवरी 2025 में 21 फरवरी 2025 को कृष्ण पक्ष की अष्टमी तथा 5 फरवरी 2025 को शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि यानि भीष्म अष्टमी है।
3. मार्च में अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
मार्च 2025 में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 22 मार्च 2025 को है, तथा शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 7 मार्च 2025 को है।
4. अप्रैल में अष्टमी (शीतला अष्टमी) कब है? Ashtami Kab Hai?
अप्रैल 2025 में 21 अप्रैल 2025 को कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानि शीतला अष्टमी है, तथा 5 अप्रैल 2025 को शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है।
5. मई में अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
मई 2025 में 20 मई 2025 को कृष्ण पक्ष की अष्टमी है तथा 05 मई 2025 को शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि यानि बुध अष्टमी है।
6. जून में अष्टमी कब है? Ashtami Kab Hai?
जून 2025 में शुक्ल पक्ष की अष्टमी 03 जून 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 19 जून 2025 को है।
7. जुलाई में अष्टमी कब है Ashtami Kab Hai?
जुलाई 2025 में 03 जुलाई 2025 को शुक्ल पक्ष अष्टमी तथा 18 जुलाई 2025 को कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है।
8. अगस्त में अष्टमी (कृष्ण जन्माष्टमी 2024) कब है? Ashtami Kab Hai?
अगस्त 2025 में 01 अगस्त 2025 को शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है, तथा 16 अगस्त 2025 को कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानि कृष्ण जन्माष्टमी है।
9. सितम्बर में अष्टमी (राधा अष्टमी 2024) कब है Ashtami Kab Hai?
सितंबर 2025 में 30 सितंबर 2025 को शुक्ल पक्ष की अष्टमी यानि राधा अष्टमी / दूर्वा अष्टमी है, तथा 14 सितंबर 2025 को कृष्ण पक्ष की आठे यानि मध्य अष्टमी है।
10. अक्टूबर में अष्टमी (दुर्गा अष्टमी 2024) कब है? Ashtami Kab Hai?
अक्टूबर 2025 में शुक्ल पक्ष की अष्टमी यानि दुर्गा अष्टमी 30 अक्टूबर 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानि अहोई अष्टमी 14 अक्टूबर 2025 को है।
11. नवंबर में अष्टमी (गोपाष्टमी 2024)कब है Ashtami Kab Hai?
नवंबर 2025 में 28 नवंबर 2025 को शुक्ल पक्ष की अष्टमी यानि गोपाष्टमी है, तथा 12 नवंबर 2025 को कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है।
12. दिसंबर में अष्टमी कब है? Ashtami Kab Hai?
दिसंबर 2025 में 28 दिसंबर 2025 को शुक्ल पक्ष की अष्टमी तथा 12 दिसंबर 2025 को कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है।
महत्वपूर्ण नोट:
- दुर्गा अष्टमी (30 अक्टूबर) और कालाष्टमी (22 जनवरी) जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों के लिए स्थानीय पंचांग से सही मुहूर्त जरूर पुष्टि करें।
- अष्टमी तिथि पर दुर्गा सप्तशती का पाठ विशेष फलदायी माना जाता है।
इस महीने की अन्य तिथियाँ
हिंदू पंचांग के मुताबिक, हर चंद्र मास में दो पक्ष होते हैं – शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष। प्रत्येक पक्ष में 15 तिथियां होती हैं। इनमें से 14 तिथियां दोनों पक्षों में एक जैसी होती हैं।
लेकिन, ध्यान देने वाली बात यह है कि कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि अमावस्या कहलाती है, जबकि शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि को पूर्णिमा कहते हैं। इस साल की अन्य महत्वपूर्ण तिथियां नीचे दी गई हैं –