इस महीने पंचमी कब है? Panchami Kab Hai July 2025?

Panchami Kab Hai

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Panchami Kab Hai ? July 2025  : पंचमी तिथि हिन्दू पंचांग का एक महत्वपूर्ण दिन है। यह हर महीने के पाँचवे दिन को दर्शाता है। पंचमी का मतलब होता है ‘पाँचवा दिन‘, जो हर महीने के चंद्र माह का पाँचवा दिन होता है।

इस दिन का धार्मिक, सांस्कृतिक और ज्योतिषीय महत्व होता है। पंचमी या पाँच: तिथि के नाम से जाने वाले इस दिन कई धार्मिक अनुष्ठान, व्रत और पूजा होती हैं। हिन्दू धर्म में इसे बहुत ही पवित्र माना जाता है। आईए जानते हैं की इस वर्ष विभिन्न महीनों में पंचमी कब है Panchami Kab Hai

मुख्य बिन्दु

पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

वर्ष 2024 के जनवरी से दिसंबर तक की पंचमी तिथि की जानकारी नीचे दी गई तालिकाओं में उपलब्ध है। आइए, हिंदू कैलेंडर के अनुसार देखें कि इस वर्ष हर महीने पंचमी तिथि कब-कब आती (Panchami Kab Hai?) है।

जनवरी महीने मे पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

जनवरी 2025 में 3 पंचमी तिथियाँ हैं। 4 जनवरी को शुक्ल पक्ष की पंचमी शनिवार के दिन है, जो विशेष धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी जाती है। 18-19 जनवरी को कृष्ण पक्ष की पंचमी शनिवार से रविवार तक चलेगी, जो पितृ कार्यों के लिए उपयुक्त है।

तारीखपक्षदिन
04 जनवरी 2025शुक्ल पक्षशनिवार
18 जनवरी 2025कृष्ण पक्षशनिवार
19 जनवरी 2025कृष्ण पक्षरविवार

फरवरी महीने मे बसंत पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

फरवरी 2025 में 2 पंचमी तिथियाँ हैं। 2 फरवरी को शुक्ल पक्ष की पंचमी रविवार के दिन बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा, जो सरस्वती पूजा के लिए प्रसिद्ध है। 17 फरवरी को कृष्ण पक्ष की पंचमी सोमवार को है।

तारीखपक्षदिनविशेष नोट
02 फरवरी 2025शुक्ल पक्षरविवारबसंत पंचमी
17 फरवरी 2025कृष्ण पक्षसोमवार

मार्च महीने मे पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

मार्च 2025 में 2 पंचमी तिथियाँ हैं। 4 मार्च को शुक्ल पक्ष की पंचमी मंगलवार को है, जबकि 19 मार्च को कृष्ण पक्ष की पंचमी बुधवार के दिन रंग पंचमी के रूप में मनाई जाएगी।

तारीखपक्षदिनविशेष नोट
04 मार्च 2025शुक्ल पक्षमंगलवार
19 मार्च 2025कृष्ण पक्षबुधवाररंग पंचमी

अप्रेल महीने मे पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

अप्रैल 2025 में 2 पंचमी तिथियाँ हैं। 2 अप्रैल को शुक्ल पक्ष की पंचमी बुधवार को है, जो बुद्धि और ज्ञान के लिए शुभ है। 18 अप्रैल को कृष्ण पक्ष की पंचमी शुक्रवार को पड़ रही है।

तारीखपक्षदिन
02 अप्रैल 2025शुक्ल पक्षबुधवार
18 अप्रैल 2025कृष्ण पक्षशुक्रवार

मई महीने मे पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

मई 2025 में 3 पंचमी तिथियाँ हैं। 2 मई को शुक्ल पक्ष की पंचमी शुक्रवार को है। 17-18 मई को कृष्ण पक्ष की पंचमी शनिवार से रविवार तक चलेगी, जो विशेष रूप से शनि और सूर्य देव की पूजा के लिए शुभ है।

तारीखपक्षदिन
02 मई 2025शुक्ल पक्षशुक्रवार
17 मई 2025कृष्ण पक्षशनिवार
18 मई 2025कृष्ण पक्षरविवार
Panchami Kab Hai

जून महीने मे पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

जून 2025 में 2 पंचमी तिथियाँ हैं। 16 जून को कृष्ण पक्ष की पंचमी सोमवार को है, जो शिव पूजा के लिए उपयुक्त है। 30 जून को शुक्ल पक्ष की पंचमी भी सोमवार को ही है।

तारीखपक्षदिन
16 जून 2025कृष्ण पक्षसोमवार
30 जून 2025शुक्ल पक्षसोमवार

जुलाई महीने मे पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

जुलाई 2025 में 2 पंचमी तिथियाँ हैं। 15 जुलाई को कृष्ण पक्ष की पंचमी मंगलवार को है। 29 जुलाई को शुक्ल पक्ष की पंचमी मंगलवार के दिन नाग पंचमी का पर्व मनाया जाएगा।

तारीखपक्षदिनविशेष नोट
15 जुलाई 2025कृष्ण पक्षमंगलवार
29 जुलाई 2025शुक्ल पक्षमंगलवारनाग पंचमी

अगस्त महीने मे पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

अगस्त 2025 में 2 पंचमी तिथियाँ हैं। 13 अगस्त को कृष्ण पक्ष की पंचमी बुधवार को है। 28 अगस्त को शुक्ल पक्ष की पंचमी गुरुवार के दिन है, जो विष्णु पूजा के लिए शुभ है।

तारीखपक्षदिन
13 अगस्त 2025कृष्ण पक्षबुधवार
28 अगस्त 2025शुक्ल पक्षगुरुवार

सितंबर महीने मे पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

सितंबर 2025 में 2 पंचमी तिथियाँ हैं। 12 सितंबर को कृष्ण पक्ष की पंचमी शुक्रवार को है। 27 सितंबर को शुक्ल पक्ष की पंचमी शनिवार के दिन है।

तारीखपक्षदिन
12 सितंबर 2025कृष्ण पक्षशुक्रवार
27 सितंबर 2025शुक्ल पक्षशनिवार

अक्टूबर महीने मे पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

अक्टूबर 2025 में 2 पंचमी तिथियाँ हैं। 11 अक्टूबर को कृष्ण पक्ष की पंचमी शनिवार को है। 26 अक्टूबर को शुक्ल पक्ष की पंचमी रविवार के दिन है, जो सूर्य पूजा के लिए शुभ है।

तारीखपक्षदिन
11 अक्टूबर 2025कृष्ण पक्षशनिवार
26 अक्टूबर 2025शुक्ल पक्षरविवार

नवंबर महीने मे पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

नवंबर 2025 में 2 पंचमी तिथियाँ हैं। 9 नवंबर को कृष्ण पक्ष की पंचमी रविवार को है। 25 नवंबर को शुक्ल पक्ष की पंचमी मंगलवार के दिन विवाह पंचमी का शुभ पर्व मनाया जाएगा।

तारीखपक्षदिनविशेष नोट
09 नवंबर 2025कृष्ण पक्षरविवार
25 नवंबर 2025शुक्ल पक्षमंगलवारविवाह पंचमी

दिसम्बर महीने मे पंचमी कब है Panchami Kab Hai?

दिसंबर 2025 में 2 पंचमी तिथियाँ हैं। 9 दिसंबर को कृष्ण पक्ष की पंचमी मंगलवार को है। 25 दिसंबर को शुक्ल पक्ष की पंचमी गुरुवार के दिन है, जो क्रिसमस के साथ मेल खाती है।

तारीखपक्षदिन
09 दिसंबर 2025कृष्ण पक्षमंगलवार
25 दिसंबर 2025शुक्ल पक्षगुरुवार

पंचमी तिथि (Panchmi Titihi) का क्या महत्व है?

पंचमी तिथि (Panchmi Titihi) का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह तिथि धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। पंचमी तिथि हर महीने के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दोनों में आती है।

विभिन्न पर्वों और त्योहारों के रूप में इस तिथि का विशेष महत्व है, और इसे विशेष रूप से देवी सरस्वती और नाग देवता की पूजा के लिए जाना जाता है।

वसंत पंचमी (Panchmi Titihi) का महत्व

वसंत पंचमी (Panchmi Titihi), शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। यह पर्व ज्ञान, संगीत और कला की देवी सरस्वती के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विद्यार्थियों और कला-संस्कृति से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्व है। लोग देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना करके उनसे ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति की कामना करते हैं।

नाग पंचमी (Panchmi Titihi) का महत्व

नाग पंचमी, श्रावण महीने की कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन नाग देवता की पूजा का विशेष महत्व है। लोग इस दिन नागों की मूर्तियों या चित्रों की पूजा करके उनसे सुरक्षा और समृद्धि की कामना करते हैं। विशेष रूप से किसान और ग्रामीण क्षेत्रों में इस पर्व का बड़ा महत्व है।

पंचमी तिथि की पूजा विधि

पंचमी तिथि (Panchmi Titihi) पर पूजा की विधि इस प्रकार है:

  1. सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. देवी सरस्वती या नाग देवता की प्रतिमा या चित्र के सामने दीपक जलाएं।
  3. फूल, धूप, चंदन और प्रसाद अर्पित करें।
  4. देवी सरस्वती के मंत्रों का जाप करें और सरस्वती वंदना का पाठ करें।
  5. नाग पंचमी के दिन, नाग देवता की पूजा में दूध, फूल और मिठाई अर्पित करें।
  6. पूजा के बाद प्रसाद वितरण करें और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करें।

पंचमी तिथि (Panchmi Titihi) का धार्मिक महत्व

पंचमी तिथि (Panchmi Titihi) पर देवी सरस्वती की पूजा करने से ज्ञान, बुद्धि और विद्या की प्राप्ति होती है। विद्यार्थियों और कला-संस्कृति से जुड़े लोगों के लिए यह दिन विशेष फलदायी माना जाता है। नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करने से जीवन में सुरक्षा और समृद्धि आती है। इसे विशेष रूप से कृषकों और ग्रामीण लोगों द्वारा मनाया जाता है।

पंचमी तिथि (Panchmi Titihi) का ज्योतिषीय महत्व

पंचमी तिथि का ज्योतिषीय महत्व भी अत्यधिक है। इस दिन किए गए पूजा-पाठ और व्रत से कुंडली में ग्रह दोषों का निवारण होता है और जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है। विशेष रूप से वसंत पंचमी पर देवी सरस्वती की पूजा करने से बुध ग्रह के शुभ फल प्राप्त होते हैं।

सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व

पंचमी तिथि का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व भी महत्वपूर्ण है। वसंत पंचमी के दिन लोग पीले वस्त्र धारण करते हैं और पीले फूलों और पकवानों का प्रयोग करते हैं, जो वसंत ऋतु का स्वागत करते हैं। इस दिन विद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में विशेष पूजा-अर्चना और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।

पंचमी तिथि (Panchmi Titihi) किस देवता को समर्पित है?

पंचमी तिथि मुख्यतः देवी सरस्वती और नाग देवता को समर्पित है। हिंदू धर्म में इस तिथि का विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है, और इसे विभिन्न नामों और रूपों में मनाया जाता है।

बसंत पंचमी तिथि (Panchmi Titihi) और देवी सरस्वती

वसंत पंचमी, शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को देवी सरस्वती की पूजा के रूप में मनाई जाती है। देवी सरस्वती को ज्ञान, संगीत, कला और विद्या की देवी माना जाता है। इस दिन विद्यार्थी और कला-संस्कृति से जुड़े लोग विशेष रूप से देवी सरस्वती की पूजा करते हैं, उनसे बुद्धि, ज्ञान और रचनात्मकता की प्राप्ति की कामना करते हैं। वसंत पंचमी को देवी सरस्वती के जन्मदिन के रूप में भी मनाया जाता है और यह दिन शिक्षा और विद्या के क्षेत्र में विशेष महत्व रखता है।

बसंत पंचमी तिथि (Panchmi Titihi) और नाग देवता

श्रावण महीने की कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है। नाग देवता को सर्पों के राजा के रूप में माना जाता है और उनकी पूजा से जीवन में सुरक्षा, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति होती है। नाग पंचमी के दिन लोग नागों की मूर्तियों या चित्रों की पूजा करते हैं और उन्हें दूध, फूल, और मिठाई अर्पित करते हैं।

पंचमी तिथि पूजा विधि

Panchami Kab Hai

पंचमी तिथि पर पूजा की विधि इस प्रकार है:

  • वसंत पंचमी के लिए:
    • सुबह स्नान कर स्वच्छ पीले वस्त्र धारण करें।
    • देवी सरस्वती की प्रतिमा या चित्र के सामने दीपक जलाएं।
    • फूल, धूप, चंदन, और पीले प्रसाद अर्पित करें।
    • देवी सरस्वती के मंत्रों का जाप करें और सरस्वती वंदना का पाठ करें।
  • नाग पंचमी के लिए:
    • नाग देवता की प्रतिमा या चित्र के सामने दीपक जलाएं।
    • दूध, फूल, और मिठाई अर्पित करें।
    • नाग देवता की पूजा करें और उनसे जीवन की सुरक्षा और समृद्धि की कामना करें।

धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

  • वसंत पंचमी: इस दिन देवी सरस्वती की पूजा करने से विद्या, बुद्धि, और ज्ञान की प्राप्ति होती है। यह दिन विशेष रूप से विद्यार्थियों और कला के क्षेत्र में कार्यरत लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।
  • नाग पंचमी: इस दिन नाग देवता की पूजा करने से जीवन में सुरक्षा और समृद्धि की प्राप्ति होती है। विशेष रूप से किसान और ग्रामीण क्षेत्रों में इस पर्व का बड़ा महत्व है।

निष्कर्ष

पंचमी तिथि देवी सरस्वती और नाग देवता को समर्पित है और इसका धार्मिक, सांस्कृतिक और ज्योतिषीय महत्व अत्यधिक है। इस तिथि पर की जाने वाली पूजा और व्रत से जीवन में ज्ञान, सुरक्षा, और समृद्धि की प्राप्ति होती है। पंचमी तिथि का पालन श्रद्धा और विश्वास के साथ करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है।

FAQ

1. जनवरी में पंचमी तिथि कब है Panchami Kab Hai?

जनवरी 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 04 जनवरी 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 18 व 19 जनवरी 2025 को है।

2. फरवरी में पंचमी तिथि कब है?

फरवरी 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि यानि बसंत पंचमी 02 फरवरी 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 17 फरवरी 2025 को है।

3. मार्च में पंचमी तिथि कब है Panchami Kab Hai?

मार्च 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 04 मार्च 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि यानि रंग पंचमी 19 मार्च 2025 को है।

4. अप्रैल में पंचमी तिथि कब है?

अप्रैल 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 02 अप्रैल 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 18 अप्रैल 2025 को है।

5. मई में पंचमी तिथि कब है Panchami Kab Hai?

मई 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 02 मई 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 17 व 18 मई को है।

6. जून में पंचमी तिथि कब है?

जून 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 30 जून 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 16 जून 2025 को है।

7. जुलाई में पंचमी तिथि कब है Panchami Kab Hai?

जुलाई 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी (नाग पंचमी) तिथि 29 जुलाई 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 15 जुलाई 2025 को है।

8. अगस्त में पंचमी तिथि कब है Panchami Kab Hai?

अगस्त 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 28 अगस्त 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 13 अगस्त 2025 को है।

9. सितम्बर में पंचमी तिथि कब है Panchami Kab Hai?

सितंबर 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 27 सितंबर 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 12 सितंबर को है।

10. अक्टूबर में पंचमी तिथि कब है?

अक्टूबर 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 26 अक्टूबर 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 11 अक्टूबर 2025 को है।

11. नवंबर में पंचमी तिथि कब है Panchami Kab Hai?

नवंबर 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि यानि विवाह पंचमी 25 नवंबर 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 09 नवंबर 2025

को है।

12. दिसंबर में पंचमी तिथि कब है Panchami Kab Hai?

दिसंबर 2025 माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 25 दिसंबर 2025 को है, तथा कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 09 दिसंबर 2025 को है।

इस महीने की अन्य तिथियाँ

हिंदू पंचांग के मुताबिक, हर चंद्र मास में दो पक्ष होते हैं – शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष। प्रत्येक पक्ष में 15 तिथियां होती हैं। इनमें से 14 तिथियां दोनों पक्षों में एक जैसी होती हैं।

लेकिन, ध्यान देने वाली बात यह है कि कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि अमावस्या कहलाती है, जबकि शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि को पूर्णिमा कहते हैं। इस साल की अन्य महत्वपूर्ण तिथियां नीचे दी गई हैं –

प्रतिपदा (पड़वा) कब है?नवमी (नौमी) कब है?
द्वितीया (दूज) कब है?दशमी (दसम) कब है?
तृतीया (तीज) कब है?एकादशी (ग्यारस) कब है?
चतुर्थी (चौथ) कब है?द्वादशी (बारस) कब है?
पंचमी (पचमी) कब है?त्रयोदशी (तेरस) कब है?
षष्ठी (छठ) कब है?चतुर्दशी (चौदस) कब है?
सप्तमी (सातम) कब है?पूर्णिमा (पूरनमासी) कब है?
अष्टमी (आठम) कब है?अमावस्या (अमावस) कब है?

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